रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर कोरोनावायरस के संदिग्धों की स्क्रीनिंग मंगलवार से शुरू कर दी गई है। इस दौरान आने वाले यात्रियोंे से सेल्फ डिक्लेरेशन फार्म भरवाया जा रहा है। अगर किसी यात्री ने 15 दिनों के दौरान विदेश यात्रा की है तो उसे 14 दिनों तक आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा। ये व्यवस्था सरकार के निर्देशानुसार 31 मार्च तक जारी रहेगी। फिलहाल यूराेप से आए दो डॉक्टरों को आइसोलेशन वार्ड में निगरानी पर रखा गया है।
रायपुर एयरपोर्ट पर जो लोग देश-विदेश से पहुंच रहे हैं, उनसे 15 दिनों में की गई यात्रा की जानकारी ली जा रही है। साथ ही यह भी पूछा जा रहा है कि वह आगे की यात्रा में कहां जाएंगे। इस संबंध में सभी जानकारी फार्म में भरवाई जा रही है। एयरपोर्ट अथॉरिटी के अनुसार, जो यात्री प्रभावित देशों की यात्रा से आ रहे हैं, उन्हें आइसोलेशन वार्ड भेजा जा रहा है। कोरोनावायरस के मद्देनजर सावधानी बरतते हुए एयरपोर्ट में मेडिकल टीम तैनात की गई है।
जर्मनी से ट्रेनिंग कर लौटे हैं दो सीनियर डॉक्टर
नवा रायपुर के सेक्टर 24 में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। संदिग्ध यात्रियों को यहां स्वास्थ्य परीक्षण कर निगरानी में रखने के बाद घर भेजा जाएगा। अभी जर्मनी से ट्रेनिंग लेकर रायपुर लौटे दो सीनियर डाक्टरों को एहतियात के तौर पर आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। डाॅक्टरों ने भी आइसोलेशन वार्ड में दो दिन रहने की सहमति दी है, जिससे किसी भी संभावित खतरों को टाला जा सके. दोनों डाक्टरों मेकाहारा में पदस्थ हैं।
बिना परीक्षण के मरीज रेफर नहीं कर सकेंगे निजी अस्पताल
निजी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को अब बिना परीक्षण के सरकारी अस्पतालों में रेफर नहीं किया जा सकेगा। स्वास्थ्य विभाग ने इसको लेकर एक पत्र जारी किया है। इसमें कहा गया है कि निजी अस्पताल कोरोनावायरस लक्षण की प्राथमिक चिकित्सा दिए बिना और बिना परीक्षण के मरीजों को एम्स और अन्य शासकीय चिकित्सालयों में भेज रहे हैं। यह सही नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी अस्पतालों को चेतावनी देते हुए कहा है कि बिना परीक्षण किए रेफर करने पर कार्रवाई की जाएगी।
छत्तीसगढ़ में 89 संदिग्ध मिले, 77 की टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव
छत्तीसगढ़ में अब तक 89 कोरोना संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए एम्स भेजे गए हैं, इनमें से 77 की टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं 5 मरीजों की रिपोर्ट अभी आना बाकी है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी संदिग्धों पर नजर रखे गए है। प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने माना में 60 बिस्तरों का आईसोलेशन वार्ड और 6 वेंटिलेटर्स की सुविधा रखी है। इसके अलावा अंबेडकर अस्पताल, डीकेएस और एम्स के लिए भी स्वास्थ्य मंत्री ने पहले ही दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।