रायपुर। मध्य प्रदेश के राजनीतिक संकट सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद तेज हो गयी थी। शुक्रवार को कमलनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस्तीफे का ऐलान किया है। 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ की कुर्सी खतरे में पड़ गयी थी। तभी से ये माना जाने लगा था कि कांग्रेस की सरकार जानी तय है।
कमलनाथ के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा है- 15 साल के भाजपा के कुशासन के सामने आपका 15 महीने का सुशासन मध्यप्रदेश की जनता कभी नहीं भूलेगी @OfficeOfKNath जी। आपके द्वारा भ्रष्टाचारियों और माफियाराज के खिलाफ चलाया गया अभियान सराहनीय रहा। कांग्रेस फिर लौटेगी। जनता का विश्वास जीतेगी।
राज्यपाल को सौंपेंगे इस्तीफा
कमलनाथ ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस्तीफे का ऐलान किया है। 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार के पास बहुमत नहीं था और आज शाम को फ्लोर टेस्ट होना था। लेकिन उससे पहले ही कमलनाथ ने इस्तीफे का ऐलान किया। सूत्रों का कहना है अब मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी। जिसमें शिवराज सिंह चौहान का मुख्यमंत्री बनना लगभग तय है।
भाजपा पर लगाए आरोप
कमलनाथ ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा पर उनकी सरकार अस्थिर करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जो आज भाजपा कर रही है कल उसके साथ भी सकता है। हमारे नेताओं और विधायकों को प्रलोभन देकर जो भाजपा ने किया वो लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। कमलनाथ ने संकेतों में कांग्रेस की अंदरूनी कलह पर भी सरकार गिरने का ठीकरा फोड़ा हैं।