रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि सौ जीवन मिलने के बाद भी वे किसी भी परिस्थिति में भाजपा में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा, 'लोग दावे करते रहें लेकिन मैं भाजपा में शामिल नहीं होऊंगा। सौ जीवन मिलने के बाद भी मैं उस विचारधारा से कभी नहीं जुडूंगा। जो व्यक्ति मुख्यमंत्री नहीं बन पाने के कारण भाजपा में शामिल होता है, उसे कभी सीएम नहीं बनना चाहिए। मध्य प्रदेश में जारी सियासी घमासान के बीच कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में भी राजनीति का पारा चढ़ने लगा है। यहां भी पंद्रह वर्षों के बाद कांग्रेस की सरकार बनी है, लेकिन मध्यप्रदेश की तुलना में यहां सरकार काफी मजबूत है।
सरकार के सबसे प्रभावशाली चेहरों में से एक माने जाने वाले टीएस सिंहदेव सरगुजा राज परिवार से तालुक्क रखते हैं और यह परिवार पूर्णत: कांग्रेसी विचारधारा से जुड़ा परिवार माना जाता है। सरगुजा की राजमाता और पूर्व मंत्री देवेंद्रकुमारी सिंहदेव और भी कांग्रेस की लोकप्रिय नेता रही हैं।\
दरअसल जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद छत्तीसगढ़ सरकार को एक सलाह देते हुए ट्वीट किया था कि मध्यप्रदेश की गलतियों से छत्तीसगढ़ कांग्रेस को सीख लेनी चाहिए।
बहुमत कितना भी विशाल क्यों न हो, उसे लोकतंत्र अहंकार और तानाशाही में बदलने का अधिकार नहीं देता है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी ज्योतिरादित्य सिंधिया बनने में देरी नहीं लगेगा। साथ ही उन्होंने टीएस सिंहदेव और सचिन पायलट को इस ट्वीट में टैग किया था। इसी के बाद टीएस सिंहदेव का यह बयान सामने आया है।
पार्टी के साथ खिलाफत कर भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया की आलोचना करते हुए टीएस सिंहदेव ने कहा, 'एक व्यक्ति हमेशा कप्तान नहीं रहता। गावस्कर रहते हुए कपिल देव को मौका मिला। वर्तमान में विराट कोहली कप्तान हैं, लेकिन टी 20 में अलग-अलग कप्तान हैं। अगर उन्हें कप्तान नहीं बनाया गया तो क्या कोहली पाकिस्तान की टीम में शामिल होंगे? यह समझ से परे है।"