नई दिल्ली: ईएमआई (EMI) को लेकर भी एसबीआई ने बड़ी घोषणा की है. एसबीआई ने कर्जदारों की EMI की तीन किस्त को टाल दिया है. इसके लिए ग्राहक को बैंक में अप्लाई करने की जरूरत नहीं है. वहीं एसबीआई के क्रेडिट कार्ड पेमेंट पर फिलहाल स्थिति साफ नहीं है.
इसके साथ ही भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने उपभोक्ताओं को एक बड़ी राहत देते हुए शुक्रवार को कहा कि वह पूरी 75 आधार अंकों की दर कटौती खुदरा उधारीकर्ताओं को देगा. बैंक ने एक बयान में कहा कि नई दर पहली अप्रैल से प्रभावी होगी. उधारीकर्ता एक्सटर्नल बेंचमार्क-लिंक्ड लेंडिंग रेट पर आधारित और रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट पर आधारित कम दर पर ऋण ले सकते हैं.
बयान में कहा गया है, "अर्थव्यवस्था के समर्थन में RBI की असाधारण मौद्रिक नीति के जवाब में एसबीआई पूरी 75 आधार अंकों की दर कटौती अपने उधारीकर्ताओं को हस्तांतरित करेगा." एसबीआई ने एक्सटर्नल बेंचमार्क-लिंक्ड लेंडिंग रेट को 7.80 प्रतिशत से घटाकर 7.05 प्रतिशत वार्षिक कर दिया है. और रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट को 7.40 6.65 प्रतिशत वार्षिक कर दिया है.
इसके बाद होम लोन, 30 साल के लोन प्लान पर प्रति एक लाख पर लगभग 52 रुपये सस्ता हो जाएगा. उल्लेखनीय है कि कोरोनावायरस महामारी के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर से निपटने के लिए आरबीआई ने शुक्रवार को रेपो रेट को 75 आधार अंक घटाकर 4.4 कर दिया.
बता दें कोरोना वायरस (coronavirus) से उपजी आर्थिक तबाही के बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को कई बड़ी घोषणाएं की थीं. आरबीआई ने ब्याज दरों में भारी कटौती का ऐलान किया है. इसके साथ बैंकों को सलाह दी है कि ग्राहकों को EMI पर 3 महीने की राहत दें. 3 महीने तक ईएमआई नहीं देने पर क्रेडिट स्कोर (CIBIL) पर असर नहीं पड़ेगा.
आरबीआई ने रेपो रेट में 0.75% की कटौती का ऐलान किया है. रिवर्स रेपो रेट में 0.90% फीसद की कटौती का ऐलान किया गया है. अब रेपो रेट घटकर 4.4% रह गई है और रिवर्स रेपो रेट घटकर 4% रह गई है. रेपो रेट घटने से EMI कम हो सकती हैं. रिवर्स रेपो रेट घटने से अर्थव्यवस्था में ज्यादा पैसा आएगा. इस तरह आरबीआई ने आम जनता को सहूलियत देने के लिहाज से ये घोषणाएं की हैं.